क्या वाकई उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया? सच जानिए

हाल ही में सोशल मीडिया और कुछ वेबसाइट्स पर ऐसी खबरें वायरल हो रही हैं कि भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन सवाल उठता है – क्या यह खबर सही है या सिर्फ अफवाह?
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इस अफवाह की शुरुआत कैसे हुई?
21 जुलाई 2025 को ट्विटर और कुछ न्यूज पोर्टल्स पर यह खबर तेजी से फैलने लगी कि उपराष्ट्रपति ने निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया है। कई यूज़र्स ने यह भी लिखा कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है या उन्होंने किसी विवाद के चलते यह कदम उठाया है।

क्या यह खबर सच है?
सरकारी और आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक ऐसा कोई भी बयान या प्रेस रिलीज़ नहीं आई है जिसमें जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की पुष्टि हो। President of India और Vice President Secretariat की वेबसाइट पर भी ऐसी कोई सूचना नहीं दी गई है।
“Resignation की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें।” — PIB Fact Check
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क्यों फैल रही है झूठी खबर?
अक्सर राजनीतिक हलचल या बदलाव की अफवाहें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होती हैं। कई बार लोग clickbait टाइटल के जरिए ट्रैफिक और व्यूज़ बढ़ाने के लिए ऐसी खबरें गढ़ते हैं। साथ ही, AI द्वारा जेनरेटेड झूठी इमेज और न्यूज़ आर्टिकल्स भी इस अफवाह में योगदान करते हैं।
जगदीप धनखड़ कौन हैं?
जगदीप धनखड़ भारत के 14वें उपराष्ट्रपति हैं, जो 11 अगस्त 2022 को इस पद पर चुने गए थे। वे एक अनुभवी वकील और राजनीतिज्ञ हैं। वह राजस्थान विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर चुके हैं और पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं।

अगर वे इस्तीफा देते हैं तो प्रक्रिया क्या होगी?
अगर उपराष्ट्रपति इस्तीफा देना चाहें, तो उन्हें यह इस्तीफा भारत के राष्ट्रपति को लिखित रूप में देना होता है। इसके बाद नया उपराष्ट्रपति संसद के सदस्यों द्वारा चुना जाता है। लेकिन जब तक कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं होती, तब तक ऐसा मानना गलत होगा।
निष्कर्ष: क्या इस्तीफा दिया गया?
फिलहाल ऐसी कोई अधिकारिक सूचना नहीं है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दिया है। सोशल मीडिया पर चल रही खबरें अफवाह हैं और इनका कोई पुख्ता आधार नहीं है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे केवल सरकारी स्रोतों से ही जानकारी लें।
आप क्या करें?
- कोई भी खबर बिना पुष्टि के साझा न करें।
- PIB Fact Check जैसे स्रोतों का अनुसरण करें।
- राजनीतिक अफवाहों से बचें और सही जानकारी फैलाएं।
हम आशा करते हैं कि यह लेख आपको सच्चाई समझने में मदद करेगा। ऐसी किसी भी फर्जी खबर से सावधान रहें और हमेशा अधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।
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